प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (18 अक्टूबर) को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में इंटरपोल की 90वीं आम वार्षिक महासभा को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि बेहतर विश्व के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग आवश्यक है और आतंकवाद के खात्मे के लिए दुनिया का एकजुट होना जरूरी है ताकि उनके लिए कहीं कोई सुरक्षित पनाहगाह नही रह जाए.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जलवायु से जुड़े लक्ष्यों से लेकर कोविड के टीके तक भारत ने किसी भी संकट में नेतृत्व करने की इच्छा प्रदर्शित की है. ऐसे वक्त में जब राष्ट्र, समाज सिर्फ अपना हित देखने वाले बनते जा रहे हैं तो वहीं भारत ही एक ऐसा देश है जो और व्यापक अंतरराष्ट्रीय सहयोग की बात कर रहा है.
'जब खतरे वैश्विक तो प्रतिक्रिया भी नहीं होनी चाहिए स्थानीय'
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम स्थानीय हितों के लिए वैश्विक सहयोग का आह्वान करते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब देश में खतरे वैश्विक हैं तो प्रतिक्रिया स्थानीय नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद, भ्रष्टाचार, मादक पदार्थों की तस्करी, संगठित अपराध इन खतरों में पहले की तुलना में कहीं ज्यादा तेजी से बदलाव आ रहा है.
शांति अभियान में पहले नंबर पर है भारत
प्रधानमंत्री ने बैठक में आए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में बहादुर लोगों को भेजने में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है. उन्होंने कहा कि हमने आजादी से पहले भी हमने दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए बलिदान दिया है.