13 दिन पहले शुरू हुए उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर बने पुल पर शनिवार देर रात अज्ञात लोगों ने ब्लास्ट कर दिया। बदमाशों की साजिश ब्लास्ट कर पुल को उड़ाने और रेलवे ट्रैक को बर्बाद करने की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को ही इस लाइन का लोकार्पण किया था।
सबसे पहले स्थानीय लोगों ने यहां तेज धमाके की आवाज सुनी थी। मौके पर बारूद भी मिला है। ब्लास्ट से पटरियों पर क्रैक आ गया है। धमाके से करीब 4 घंटे पहले ही ट्रैक से ट्रेन गुजरी थी। इस घटना के बाद अहमदाबाद से उदयपुर आ रही ट्रेन को डूंगरपुर तक ही रोक दिया गया है।
जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा- डेटोनेटर से पुल को उड़ाने की साजिश की गई है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा को डिटेल जांच के निर्देश दिए हैं।
घटनास्थल पर राजस्थान पुलिस की एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड (ATS) पहुंच गई है। एटीएस आतंकी साजिश के एंगल से जांच कर रही है। उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने कहा कि शुरुआत में तो यह लग रहा है कि पूरी तरह प्लानिंग कर ब्लास्ट किया गया है। डेटोनेटर सुपर 90 श्रेणी का है। बम स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पहुंचकर सबूत जुटाए हैं।
स्थानीय लोग अलर्ट थे, सूचना देकर बचाई कई लोगों की जान
बताया जा रहा है कि स्थानीय ग्रामीणों की सजगता से इस नए रूट पर बड़ा हादसा टल गया। घटना उदयपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर सलूम्बर मार्ग पर केवड़े की नाल में ओढ़ा रेलवे पुल की है। जहां ग्रामीणों को शनिवार रात 10 बजे के आसपास धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद कुछ युवा तुरंत पटरी पर पहुंचे तो वहां के हालात देखकर दंग रह गए।
उन्होंने देखा कि रेलवे लाइन पर बारूद पड़ा है। लोहे की पटरियां कई जगह से टूट चुकी थी। पुल पर लाइन से नट-बोल्ट भी गायब मिले। ट्रैक पर लोहे की पतली चादर भी उखड़ी हुई मिली। ग्रामीणों की सूचना के बाद ट्रैक पर यातायात रोका गया, वरना कई लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी।
रेलवे ने इस लाइन पर दोनों ट्रेन का संचालन रोका
रेलवे प्रबंधन ने इस लाइन पर चलने वाली दोनों ट्रेन को फिलहाल रोक दिया है। रेलवे द्वारा लाइन को सही करने का काम जारी है। ट्रेन वापस कब शुरु होगी, इस बारे में रेलवे अधिकारियों ने फिलहाल कुछ नहीं बताया।
अधिकारी बोले- साजिश के पीछे कौन, पता करवा रहे
उदयपुर रेलवे एरिया मैनेजर बदरी प्रसाद ने बताया कि उदयपुर-अहमदाबाद लाइन पर दोनों ट्रेन का संचालन बंद कर दिया है। लाइन की मरम्मत जल्द से जल्द कराई जा रही है। साजिश के पीछे कौन है, इस बारे में पता लगाया जा रहा है।
जावरमाइंस थानधिकारी अनिल विश्नाई ने बताया कि माइनिंग ब्लास्ट में काम आने वाली सामग्री का उपयोग किया गया है। देसी विस्फोटक सामग्री मिली है। फिलहाल हर एंगल पर जांच कर रहे हैं।