स्वास्थ्य समस्याओं की बात करें, तो महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले बीमारियों का ज्यादा खतरा होता है। हार्मोनल बदलवा, पीरियड्स और प्रेगनेंसी की वजह से आए दिन उन्हें किसी न किसी स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के अनुसार, लगभग 40 फीसदी गर्भवती महिलाओं को खून की कमी यानी एनीमिया का सामना करना पड़ता है।
चिंता की बता यह है कि प्रेगनेंसी और चाइल्डबर्थ से जुड़े मामलों की वजह से दुनियाभर में रोजाना कम से कम 810 महिलाओं की मौत हो जाती है। WHO का डेटा बताता है कि साल 2018 में 311000 महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर की वजह से मौत हो गई। इसी तरह जीवनशैली से जुड़ी कई बीमारियां हैं, जिनसे महिलाएं पीड़ित रहती हैं। यही वजह है कि डॉक्टर और एक्सपर्ट्स महिलाओं को हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल जीने की सलाह देते हैं।आयुर्वेद में महिलाओं के लिए कई जड़ी बूटियां हैं जिनका सेवन करने से उन्हें स्वस्थ रहने में मदद मिल सकती है। केरल आयुर्वेद ने महिलाओं के लिए कुछ खास जड़ी बूटियों के बारे में बताया है जिनके इस्तेमाल से उन्हें पीरियड्स, स्किन, हार्मोन और खून से जुड़ी समस्याओं से बचने में मदद मिल सकती है।
महिलाओं के लिए जड़ी बूटियां
मंजिष्ठा का पौधा
जंगली झाड़ की तरह दिखने वाला यह पौधा आपको किसी भी जंगल या पार्क में नजर आ सकता है। आयुर्वेद में इसे एक जबरदस्त जड़ी बूटी माना गया है। बताया जाता है कि इसमें खून साफ करने, इन्फ्लामेशन से लड़ने और स्किन से जुड़ी समस्याओं से लड़ने की ताकत होती है।
शतपुष्पा का पौधा
जीरे और सौंफ के पौधे की तरह दिखने वाली इस पौधे में कई औषधीय गुण होते हैं जिस वजह से आयुर्वेद में इसका कई रोगों को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह पौधा महिलाओं को होने वाली कब्ज, हड्डियों में कमजोरी दूर करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक है।
शतावरी
शतावरी बेल या झाड़ के रूप वाली शतावरी एक जड़ी-बूटी है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई दवाओं और बीमारियों के इलाज में किया जाता है। अगर आप तनाव, मूड स्विंग, हार्मोन में बदलाव जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं, तो यह जड़ी बूटी आपके लिए कारगर साबित हो सकती है।