देश में कुल 28 राज्य हैं. इन राज्यों का मुखिया वहां का 'मुख्यमंत्री' होता है. राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री की स्थिति केंद्र में प्रधानमंत्री के समान होती है. हमारे देश में, हर राज्य के मुख्यमंत्री की सैलरी अलग-अलग होती है, क्योंकि हर राज्य में मंत्रियों के लिए अलग-अलग वेतनमान होते हैं और उन्हें मासिक आधार पर ठीक उसी तरह से भुगतान किया जाता है जैसे अन्य सरकारी कर्मचारियों को उनका वेतन मिलता है.
आइए जानते हैं कि अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कितनी मासिक सैलरी मिलती है, इसमें कई तरह के भत्ते भी शामिल होते हैं.
राज्य के मुख्यमंत्री और उनकी मासिक सैलरी
राज्य सैलरी
तेलंगाना 4,10,000 रुपये
दिल्ली 3,90,000 रुपये
उत्तर प्रदेश 3,65,000 रुपये
महाराष्ट्र 3,40,000 रुपये
आंध्र प्रदेश 3,35,000 रुपये
गुजरात 3,21,000 रुपये
हिमाचल प्रदेश 3,10,000 रुपये
हरियाणा 2,88,000 रुपये
झारखंड 2,72,000 रुपये
मध्य प्रदेश 2,55,000 रुपये
छत्तीसगढ़ 2,30,000 रुपये
पंजाब 2,30,000 रुपये
गोआ 2,20,000 रुपये
बिहार 2,15,000 रुपये
पश्चिम बंगाल 2,10,000 रुपये
तमिलनाडु 2,05,000 रुपये
कर्नाटक 2,00,000 रुपये
सिक्किम 1,90,000 रुपये
केरल 185,000 रुपये
राजस्थान 175,000 रुपये
उत्तराखंड 1,75,000 रुपये
ओडिशा 1,60,000 रुपये
मेघालय 1,50,000 रुपये
अरुणाचल प्रदेश 1,33,000 रुपये
असम 1,25,000 रुपये
मणिपुर 1,20,000 रुपये
नागालैंड 1,10,000 रुपये
त्रिपुरा 1,05,500 रुपये
इसके साथ ही मुख्यमंत्रियों को न केवल मुख्यमंत्री के रूप में उनका वेतन मिलता है, बल्कि वे विधानसभा या विधानपरिषद के सदस्यों के रूप में भी सैलरी प्राप्त करते हैं. भारतीय संविधान के अनुसार, अनुच्छेद 164 में यह परिकल्पना की गई है कि मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा की जाएगी. राज्य की विधायिका ने मुख्यमंत्री का वेतन के साथ में भत्ते भी तय किए हैं.