राजस्थान की सत्ता में काबिज कांग्रेस में सियासी घमासान अभी पूरी तरह से थमा नहीं है. राजनीति में रूचि रखने वाले हर आम-ओ-खास की जुबां पर सवाल हैं कि क्या गहलोत मुख्यमंत्री बने रहेंगे या चंद रोज बाद सूबे को नया सीएम मिलेगा? क्या व्र्त्मा्न््््््््््््््््््््््््््््््््््््् हालात को देखते हुए लगता है कि अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की वापसी हो सकेगी?
इसके अलावा क्या कांग्रेस में कोई बड़ा बदलाव होने वाला है? क्या राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ सामान्य नहीं है? इन सारे सवालों की इन दिनों सियासी गलियारों में सुगबुगाहट है. जनता और जनप्रतिनिधियों के जेहन में उठ रहे इन सवालों की उथलपुथल के बीच कांग्रेस नेता डूंगरराम गेदर ने कयासों का बढ़ता कारवां रोकने के लिए एक बड़ा दावा किया है.
'125 विधायक सरकार के साथ'
शिल्प एवं माटी कला बोर्ड अध्यक्ष डूंगरराम गेदर ने धौलपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए कहा, "राजस्थान में कोई उठापटक नहीं है. राजस्थान में स्थाई सरकार है. हमारे पास संख्याबल मजबूत है, लगभग 125 विधायक साथ हैं. मजबूती से सरकार चलेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं.
'सत्ता में होगी वापसी'
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने हर वर्ग का ध्यान रखते हुए चिरंजीवी योजना, शहरी रोजगार गारंटी, गांवों में इंग्लिश मीडियम स्कूल जैसी कई सौगातें दी है. ऐसी योजनाएं पूरे देश में कहीं नहीं है. गहलोत सरकार ने कई रिकॉर्ड कायम किए हैं. यह सारी बातें जनता भी समझती है, इसलिए मजबूती से सरकार चलेगी और सत्ता मे वापसी भी होगी."