सबसे ज्यादा अगर किसी काम को करते हुए नींद आती है तो वह है पढ़ाई या फिर ऑफिस का काम. पढ़ने (Studying) के लिए बैठो तो कुछ मिनटों में ही पलकें झपकने लगती हैं और उबासी आना शुरू हो जाती है. ऐसे में ध्यान लगा पाना भी मुश्किल होता है और कुछ समझना भी. अब अगर ऑफिस (Office) की बात की जाए तो हर थोड़ी देर में आने वाली झपकियां आपकी छवि को सबके सामने बिगाड़ने वाली भी साबित होती हैं जिसका असर आपकी परफॉर्मेंस पर भी दिखने लगता है. ऐसे में चाहे बच्चे हों या फिर बड़े कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखकर पढ़ाई और काम के समय नींद (Sleep) आने को रोक सकते हैं. जानिए कौनसे हैं ये कमाल के टिप्स.
कई बार एक ही जगह पर बहुत देर तक बैठे रहने से नींद आने लगती है. आपका शरीर धीरे-धीरे आराम की मुद्रा में जाने लगता है. इसलिए कोशिश करें कि आप एक ही जगह पर बहुत देर तक ना बैठे रहें और हो सके तो हर आधे या एक घंटे के अंतराल पर वॉक (Walk) करते रहें. खासकर बच्चों को यह जरूर करना चाहिए. वहीं, अगर आप ऑफिस में हैं तो पानी पीने के लिए हर घंटे उठ सकते हैं और पानी लेकर आ सकते हैं. इसलिए ऑफिस में छोटी बोतल लेकर जाना बड़े काम का साबित होता है.
चाहे पढ़ाई हो या फिर काम पर्याप्त रोशनी में ना बैठना नींद आने का कारण बनता है. काम और पढ़ाई पूरी रोशनी में करनी चाहिए. हो सके तो कमरे की खिड़की खोल लें जिससे आपको प्राकृतिक रोशनी मिलती रहे और आपकी पलकें ना झपकें.
कई बार बच्चे लेटकर पढ़ाई या फिर स्कूल का होमवर्क (Homework) करने लगते हैं. इससे अगर नींद नहीं आएगी तो क्या होगा. वहीं, ऑफिस का काम भी अगर घर से करना हो तो लोग टेबल की जगह पलंग पर लेट जाते हैं जिससे नींद आती है. ऐसा करने के बजाय टेबल और कुर्सी पर काम का सामान रखें और कुर्सी पर ठीक तरह से बैठकर काम करें.
कई बार आपकी आंखे किताबों पर या कंप्यूटर स्क्रीन पर तो चल रही होती हैं लेकिन दिमाग बिल्कुल भी अलर्ट मूड में नहीं होता. इससे नींद तो आने ही लगती है साथ ही जो काम आप कर रहे हैं या पढ़ रहे हैं वो भी ठीक से नहीं हो पाता. खुद को अलर्ट रखने के लिए कुछ देर उठकर वॉक करें, पॉप सोंग्स सुनें या फिर घर में हों तो थोड़ा सा डांस कर लें. इससे आप एक्टिव रहेंगे और दिमाग अलर्ट होगा.
कई बार सही डाइट ना लेना भी बार-बार पढ़ते या काम करते हुए नींद आने का कारण बन सकता है. इसलिए उन चीजों को खाएं जिनसे शरीर को एनर्जी मिले और नींद खुली रहे. कई बार चाय या कॉफी (Coffee) पी लेने से भी दिमाग खुलता हुआ सा लगता है नींद उड़न छू हो जाती है. वहीं, चीज टोस्ट खाना भी अच्छा है. शुगरी ड्रिंक्स से दूर रहें और हर 2 से 3 घंटे में हल्का-फुल्का कुछ खा लें.