सोशल मीडिया वेबसाइट्स ट्विटर, मेटा समेत कई कंपनियों में हुई छंटनी के बाद अब वॉल्ट डिज्नी ने भी कड़े कदम उठाए हैं। कंपनी नई हायरिंग को फ्रीज करने और कई कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की योजना बना रही है। इसके पीछे स्ट्रीमिंग सर्विस डिज्नी प्लस को प्रॉफिट में न होना वजह है। मालूम हो कि वेस्टर्न कंट्रीज में आर्थिक अनिश्चितता का दौर चल रहा है, जिससे मंदी की भी आहट होने लगी है। डिज्नी के चीफ एग्जीक्यूटिव बॉब चापेक ने कंपनी के टॉप लीडरशिप को एक मेमो भेजा और कहा कि वह टारगेटेड हायरिंग को फ्रीज कर रही है। साथ ही कुछ स्टाफ में कटौती किए जाने की भी आशंका है, जिससे लागत को मैनेज किया जा सके।
चापेक ने मेमो में लिखा है, "कुछ व्यापक आर्थिक फैक्टर्स हमारे नियंत्रण से बाहर हैं। लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हम सभी को उन चीजों को प्रबंधित करने के लिए अपना काम जारी रखना होगा जिन्हें हम नियंत्रित कर सकते हैं - विशेष रूप से, हमारी लागत।'' चापेक ने कहा कि डिज्नी ने मुख्य वित्तीय अधिकारी क्रिस्टीन मैकार्थी और जनरल काउंसल होरासियो गुटिरेज़ सहित एक टास्क फोर्स की स्थापना की है, ताकि उन्हें महत्वपूर्ण बड़े निर्णय लेने में मदद मिल सके।
कंपनी ने पहले से ही सामग्री और मार्केटिंग खर्च को देखना शुरू कर दिया है। हालांकि, उन्होंने कहा है कि कटौती के चलते गुणवत्ता से त्याग नहीं होगा। चापेक ने कहा कि व्यापार यात्रा सीमित होगी और यात्राओं के लिए अग्रिम स्वीकृति की आवश्यकता होगी। डिज्नी ने तिमाही आय के लिए वॉल स्ट्रीट के अनुमानों के बाद यह कदम उठाया है। मनोरंजन जगत की दिग्गज कंपनी को अपने स्ट्रीमिंग वीडियो से काफी नुकसान उठाना पड़ा है। कंपनी इसे डायरेक्ट टू कस्टमर भी कहती है।नतीजों के बाद बुधवार को कंपनी के शेयरों में 13% से ज्यादा की गिरावट आई। डिज्नी ने कहा है कि तेजी से बढ़ती सेवा ने चौथी तिमाही में 12 मिलियन ग्राहक जोड़े, लेकिन लगभग 1.5 बिलियन डॉलर का ऑपरेटिंग घाटा हुआ। कंपनी ने कहा कि डिज्नी+ वित्तीय वर्ष 2024 में प्रॉफिट में आ जाएगा। मालूम हो कि डिज्नी प्लस अपने वीडियो कॉन्टेंट के लिए जाना जाता है। इस स्ट्रीमिंग कंपनी ने स्टार वार्स, द मंडलोरियन, हॉक आई आदि जैसी ऑरिजनल सीरीज बनाई है। वहीं, वॉल स्ट्रीट के विश्लेषकों ने डिज्नी की बढ़ती स्ट्रीमिंग लागत के बारे में चिंता व्यक्त की है।
मेटा और ट्विटर से भी हुई है छंटनी
हाल ही में फेसबुक की पैरेंट कंपनी Meta ने 11 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया। मेटा ने कहा कि वह अपने कर्मचारियों के 13 प्रतिशत या 11,000 से अधिक कर्मचारियों को इस साल की सबसे बड़ी छंटनी में जाने देगा क्योंकि कंपनी बढ़ती लागत और कमजोर विज्ञापन बाजार से जूझ रही है। बता दें कि 18 साल के इतिहास में मेटा पहली बार इतने बड़े स्तर पर छंटनी कर रही है। हाल ही में एलन मस्क के स्वामित्व वाली ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट समेत कई दिग्गज कंपनियों में भी हजारों कर्मचारियों को निकाला है।