एलपीजी सिलेंडर ब्लास्ट मामले में तमिलनाडु पुलिस ने टेरर लिंक की जांच शुरू कर दी है। रविवार तड़के कोएंबटूर में एक मंदिर के सामने कार में सिलेंडर ब्लास्ट हो गया। इसमें 21 साल के एक इंजीनियर की मौत हो गई। मृतक से 2019 में एनआईए ने संदिग्ध टेरर लिंक को लेकर पूछताछ की थी। डीजीपी सी शैलेंद्र बाबू ने कहा कि इसकी आशंका नहीं है कि मृतक जेमीशा मुबीन ने मुस्लिम बहुल इलाके कोटईमेडु में मंदिर के पास सूइसाइड बम लगाया होगा।
पुलिस ने बताया कि कार में दो सिलेंडर थे, जिसमें से एक गैस लीक के बाद सुबह 4 बजे फट गया। डीजीपी ने बताया, 'साइट के पास एक चेकपॉइंट पर पुलिसकर्मी मौजूद थे। संभवत: ड्राइवर ने तेज स्पीड में वहां भागने से कोशिश की होगी और इसी के चलते ब्लास्ट हुआ।'
हादसे में मंदिर को कोई नुकसान नहीं
हादसे में मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सिवाय परिसर के बाहर लगे साइनबोर्ड के अलावा। कार के अंदर से कील, कंचे और अन्य सामान मिलने के बाद आतंकी जांच के आदेश दिए गए। पुलिस जेमिशा मुबीन के घर की भी तलाशी ली जहां से पोटेशियम नाइट्रेट, एल्युमिनियम पाउडर, सल्फर और चारकोल बरामद हुआ। पुलिस को संदेह है कि इनका इस्तेमाल विस्फोटक बनाने में हुआ होगा।शीर्ष अधिकारी ने बताया कि मृतक की पहचान 25-वर्षीय जेमिशा मुबीन के रूप में हुई है, जिससे पहले एनआईए ने पूछताछ की थी, लेकिन उसके खिलाफ कोई मामला नहीं है और न ही कोई प्रतिकूल जानकारी मालूम हुई है। मुबीन के खिलाफ कोई पेंडिंग केस नहीं है और न ही किसी संगठन का हिस्सा था। हालांकि वह कुछ लोगों के संपर्क में था जो पुलिस रडार पर थे। मामले में 6 पुलिस टीम गठित हुई हैं जो अलग-अलग ऐंगल से जांच करेंगी जैसे मुबीन का बैकग्राउंड, कार का मालिक और एलपीजी सिलेंडर का सोर्स।मिल्क वेंडर, ग्रॉसर और मंदिर के पुजारी से भी पूछताछ
इसके अलावा पुलिस इलाके के निवासी, मिल्क वेंडर, ग्रॉसर और मंदिर के पुजारी से भी पूछताछ करेगी। जांच के लिए इलाके से सीसीटीवी फुटेज जुटाए गए हैं। रविवार शाम तक, मुबीन की पहचान की पुष्टि हो गई थी, जिससे उसके घर की तलाशी शुरू हो गई थी। उक्कदम पुलिस स्टेशन में सीआरपीसी की धारा 174 (संदिग्ध मौत) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 (ए) के तहत मामला दर्ज किया गया था। पूरे कोट्टैमेडु इलाके में सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।