गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर आक्रामक तरीके से प्रचार-प्रसार में जुटी आम आदमी पार्टी (आप) अपने ही नेताओं के 'सेल्फ गोल' से घिर गई है। पहले दिल्ली के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के विवादित शपथ से पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी हुईं तो अब गुजरात में पार्टी के मुखिया गोपाल इटालिया के मुंह से पीएम मोदी के लिए निकले शब्दों ने बीजेपी को नया हथियार दे दिया है। पीएम मोदी को 'नीच' कहने वाला इटालिया का वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया। भाजपा ने इसे पीएम का अपमान और उनकी जाति के लिए गाली करार दिया है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो गुजरात में भाजपा से मुकाबले में खुद को कांग्रेस से आगे बता रही 'आप' के लिए इन दोनों फांस से बाहर निकलना आसान नहीं होगा। बीजेपी पीएम मोदी के खिलाफ इस्तेमाल किए गए शब्दों को अपने फायदे में बदलने में माहिर है और कई बार तो पूरे चुनाव का रुख पलट चुकी है।
दिल्ली में बौद्ध दीक्षा ले रहे लोगों को दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की मौजूदगी में राम-कृष्ण की पूजा ना करने की शपथ दिलाई गई तो बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाने में देर नहीं की। अगले ही दिन प्रचार के लिए गुजरात पहुंचे केजरीवाल के खिलाफ कई शहरों में पोस्टर-बैनर लगा दिए गए। उन्हें मुस्लिम वेश में दिखाते हुए हिंदू विरोधी बताया गया। वडोदरा में तो रोड शो के दौरान कई जगह केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी की गई। लोगों ने उनके सामने मोदी-मोदी के नारे भी लगाए। केजरीवाल ने रक्षात्मक होने की बजाय आक्रामक होकर बीजेपी को जवाब तो दिया लेकिन डैमेज कंट्रोल के रूप में गौतम को मंत्री पद त्यागना पड़ा। बताया जाता है कि अरविंद केजरीवाल ने बेहद नाराजगी जाहिर की थी।
पार्टी एक झमेले से निकली नहीं थी कि दूसरी मुसीबत गले पड़ गई है। भाजपा नेताओं ने रविवार से ही आम आदमी पार्टी के गुजरात अध्यक्ष गोपाल इटालिया का एक वीडियो शेयर करना शुरू कर दिया, जिसमें वह पीएम मोदी को 'नीच किस्म का आदमी' कह रहे हैं। पार्टी ने उनके बयान पर चुप्पी साध रखी है तो खुद इटालिया ने सामने आकर सफाई देने की कोशिश की। उन्होंने परोक्ष रूप से माना कि उन्होंने गलत भाषा का इस्तेमाल किया। हालांकि, जाति कार्ड खेलते हुए उन्होंने कहा कि गांव से होने की वजह से उनकी भाषा गलत हो सकती है। गोपाल ने परोक्ष रूप से यह भी माना कि यह वीडियो पुराना है, जिसे भाजपा अब मुद्दा बना रही है।