प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को गुजरात के केवड़िया में मिशन लाइफ अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि मिशन लाइफ इस मंत्र पर आधारित है कि हर छोटी कार्रवाई मायने रखती है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ''उदाहरण के लिए कुछ लोग एसी के तापमान को 17 या 18 डिग्री तक रखना पसंद करते हैं। इससे पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। एयर कंडीशनर (एसी) का तापमान 18 डिग्री पर रखने और फिर कंबल ओढ़ने के बजाय एसी के तापमान को 24 डिग्री पर रखना और बिजली की खपत को कम करना बेहतर है।''
जिम के प्रति उत्साही लोगों के लिए भी प्रधानमंत्री ने एक सलाह दी। उन्होंने कहा, ''कार से जिम जाने से बेहतर पैदल चलकर जाना है। इससे स्वास्थ्य में सुधार तो होगा ही, साथ ही ईंधन और ऊर्जा का भी संरक्षण करेगा।''
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि पीएम मोदी की अगुवाई में मिशन लाइफ भारत के नेतृत्व वाला वैश्विक जन आंदोलन बन सकता है। यह पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए व्यक्तिगत और सामूहिक प्रयास करेगा। पीएमओ ने कहा, "जलवायु परिवर्तन का प्रभाव दिख रहा है। ग्लेशियर पिघल रहे हैं। समुद्र का स्तर बढ़ रहा है।"
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि मिशन लाइफ पी3-प्रो-प्लैनेट-पीपल के विचार को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा, "यह मिशन इस पृथ्वी पर सभी लोगों को एक समान लक्ष्य के लिए एकजुट करने की कल्पना करता है। इस ग्रह की भलाई और बेहतरी के लिए जीने का लक्ष्य देता है।"