केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज फोन टैपिंग मामले में मुबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे को हिरासत में ले लिया है। पांडे को शनिवार को मुंबई के एक अदालत में पेश किया गया जहां कोर्ट ने उन्हें चार दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया। इससे पहले मुंबई पुलिस के पूर्व पुलिस कमिश्नर को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था।
प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में एक केस दर्ज किया था और संजय पांडे समेत एनएसई की पूर्व प्रमुखों रवि नारायण और चित्रा रामकृष्ण के खिलाफ एक्सचेंज के साथ काम कुछ लोगों की जासूसी करने में कथित संलिप्तता के लिए जांच शुरू की है।
जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को बताया था कि संजय पांडे ने अप्रैल 2000 में सेवा से इस्तीफा दे दिया था। उनकी सर्विस को लेकर 2001 और 2006 के बीच मुकदमा चला रहा था। बाद में, उन्होंने 2007 में वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति सेवा) के लिए आवेदन किया, जिसे उन्होंने अक्टूबर 2008 में वापस ले लिया।
संजय पांडे अपने ऊपर लगे आरोपों को साजिश बता चुके हैं। पांडे ने कहा था, मैंने बहुत सारे हाई प्रोफाइल और राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामलों की पड़ताल की है। मुझे पता है कि ईमादारी से ड्यूटी करने के एवज में यह एक राजनीतिक साजिश है जो कि मेरे खिलाफ की गई है।